लगातार हार की चिंता में भाषा का संयम भी खो चुके हैं भूपेश बघेल : शिवरतन शर्मा
प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अशालीन बयानबाजी पर कड़ा एतराज जताया है। श्री शर्मा ने कहा कि लगातार हार और नगरीय निकाय चुनाव में भी पराजय की आशंका से कांग्रेस नेता भूपेश बघेल का मानसिक संतुलन बिगड़ चुका है। श्री शर्मा ने कहा कि भाजपा के प्रदेश प्रभारी श्री नितिन नबीन के बारे में व्यक्त बघेल के विचार कतई स्वीकार नहीं किए जा सकते। राजनीतिक विमर्श में ऐसी भाषा की कोई जगह नहीं होना चाहिए।
उपाध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि भाजपा के प्रदेश प्रभारी श्री नबीन का पार्टी के एक-एक कार्यकर्ता से संपर्क है। प्रदेश के हर कोने तक पहुंच कर उन्होंने संगठन को मज़बूत किया और कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि भूपेशजी लगातार हो रहे पराजय को पचा नहीं पा रहे हैं, इसलिए ऊल-जुलूल बयानबाजी कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री को उनके किए की सजा जनता ने दी है। उन्हें आत्मचिंतन करना चाहिए और बजाय बौखलाहट में आपा खोने के, अपनी भूलों को स्वीकार करते हुए सुधार करना चाहिये।
श्री शर्मा ने कहा कि श्री बघेल न केवल जनता में अलोकप्रिय और अप्रासंगिक हो गये हैं बल्कि अब कांग्रेस के भीतर भी उन्हें कोई सहन करने के लिए तैयार नहीं है। हाल ही में नेता प्रतिपक्ष महंत ने उनके नेतृत्व को खुली चुनौती दी है। अब अपनी राजनीतिक जमीन बुरी तरह खो चुके बघेल को अब राजनीति छोड़ देनी चाहिये।
उपाध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि अपार बहुमत से सत्ता में आने के बावजूद अपनी करनी, अपने भ्रष्टाचार, वादाखिलाफ़ी और अक्षमता के कारण पूर्व मुख्यमंत्री ने जनता का विश्वास खो दिया, उनकी बेजा बयानबाजी ने भी कांग्रेस की लुटिया डुबो दी। ऐसे बयानों से कांग्रेस का रहा-सहा आधार भी समाप्त हो जायेगा। श्री शर्मा ने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता अपने प्रभारी के बारे में अनर्गल और बेजा बयानबाज़ी सहन नहीं करेंगे। उन्होंने कांग्रेस में नेताओं से यह उम्मीद की है कि वे सभी पूर्व मुख्यमंत्री को समझाइश देंगे।